एक बार की बात है रमा अपने बेटे की शादी के लिए सुमन नाम की लड़की देखने गयी। सुमन के घर पहुंचकर उनको पता चला की वह बच्चों को tuition भी पढ़ाती है।

 

रमा के बेटे और सुमन के बीच बात के बाद रमा ने सुमन से कहा की हम नहीं चाहते की हमारी बहु बच्चों को पढ़ाये इसलिए शादी के बाद सुमन को बच्चों को tuition पढ़ाना बंद करना होगा। सुमन इस बात पर सहमत हो गयी।

 

इसके कुछ दिनों के बाद सुमन और रमा के बेटे की शादी हो गयी। शादी के बाद रमा ने अपनी बहु को कहा की वह तैयार हो जाये। शाम को पड़ोस की औरतें उसको देखने के लिए आने वाली है।

 

सुमन तैयार हो गयी जिसके बाद पड़ोस की औरतें सुमन को देखने के लिए आ गयी। वह सुमन को देखकर रमा से बोली की तेरी बहु तो बहुत सुन्दर है। एक औरत ने पूछा क्या यह नौकरी भी करती है।

 

रमा ने बताया की शादी से पहले वह बच्चों को tuition पढ़ाती थी लेकिन उसको यह सब पसंद नहीं है। उसका बेटा अच्छा कमाता है इसलिए उसको काम करने की जरुरत नहीं है। इस पर पड़ोस की औरत ने कहा की मेरी बहु भी तो कंपनी में काम करती है।

 

उसने रमा को कहा की उसको भी अपनी बहु को काम करने देने चाहिए। रमा ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। कुछ दिन बाद रमा का छोटा बेटा हरीश अपने exam में fail हो गया। इस पर रमा ने उसको बहुत डाटा।

 

सुमन ने अपनी सास को बोला की अब वह हरीश को पढ़ाएगी। रमा ने बोला की हरीश को वह कितना ही पढ़ा ले लेकिन वह पास नहीं होगा क्योंकि वह पढाई में ध्यान नहीं देता। इसके बाद सुमन हरीश को रोज़ पढ़ाने लगी।

 

हरीश को अपनी भाभी का पढ़ाया हुआ अच्छे से आने लगा। इसके कुछ दिनों के बाद हरीश के दोबारा exam हुए अबकी बार हरीश अच्छे नंबर से पास हुआ। उसने यह बात अपनी माँ को बताई। इस पर रमा ने अपनी बहु सुमन की बहुत तारीफ की उसकी वजह से हरीश आज एग्जाम में पास हो पाया। रमा ने इसके बाद अपनी बहु को बच्चों को tuition पढ़ाने की इजाज़त दे दी।