एक जंगल में एक शेर था। वह बहुत भूखा था। उसने एक हिरण को देखा और उसको मारकर खा गया। लेकिन हिरण की हड्डी शेर के गले में फ़स गयी। अब शेर को बहुत दर्द हो रहा था। वह जंगल के जानवरो के पास मदद मांगने गया। उसने एक मोर को देखा और हड्डी निकालने को कहा।

मोर ने कहा तुम झूठ बोल रहे हो। इसके बहाने तुम मेरा शिकार करना चाहते हो। यह कहकर वह चला गया। इसके बाद शेर को भालू नज़र आया। भालू ने भी शेर को कहा की मुझे अभी नींद आ रही है। तुम यहाँ से चले जाओ। इसके बाद शेर आगे गया।

वहाँ उसने एक हाथी को आम के पेड़ के नीचे खड़े देखा। जो आम खाना चाहता था। लेकिन वह आम तक नहीं पहुँच पा रहा था। उसने हाथी को कहा की मै तुम्हारे लिए आम तोड़ दूंगा। लेकिन उससे पहले तुमको मेरे गले में फसी हड्डी को निकालना होगा। इस पर हाथी मान गया।

हाथी ने शेर के गले से हड्डी निकाल दी। इसके बाद शेर ने भी पेड़ पर चढ़कर हाथी के लिए आम तोड़ दिए। इस तरह शेर और हाथी एक दूसरे के दोस्त बन गए।

 

Moral of the story:

हमें हर किसी के दोस्ती बना कर रखनी चाहिए क्या पता किस मुसीबत में में कौन काम आ जाये।