एक बार की बात है मदनपुर गांव में  रामू नाम का एक नाई रहता था। उसकी दुकान गांव के चौराहे पर थी। जिससे वह पूरे गांव में प्रसिद्ध था। वह अपने बाल काटने से ज्यादा चंपी करने के लिए ज्यादा प्रसिद्ध था। एक दिन रामू अपनी दुकान में बाल काट कर शाम को घर गया।

घर जाने पर रामू की पत्नी ने बताया कि चंदू दूध वाले ने दूध का दाम बढ़ाकर ₹30 से ₹40 कर दिया है। यह सुनकर रामू को बहुत गुस्सा आया और उसने कहा कि एक तो चंदू दूध वाले का दूध इतना पतला है फिर भी उसने अपने दूध का दाम बढ़ा दिया। लेकिन हम कर भी क्या सकते है क्योंकि गांव में एक ही दूध वाला है।

अगले दिन रामू अपनी दुकान पर बाल काट रहा था। तभी दो आदमी बाल कटाने के लिए दुकान में आए उनमें से एक आदमी  रामू से बोला मैंने सुना है। आपके गांव में दूध का दाम ₹40 है। रामू ने कहा की यह दाम पहले ₹30 था। लेकिन अभी चंदू दूध वाले ने ₹10 और बढ़ा दिए है।

उस आदमी ने बताया कि  हम दोनों पास के गांव से आए है। हमारे गाँव में दूध 20 रूपए लीटर है। हम ही वहाँ पर दूध देने का काम करते है। रामू ने उनको कहा की आप हमारे गांव में भी दूध बेच लीजिये। इसके आप 25 रूपए लीटर ले सकते है। मै इसके लिए गांव वालों से बात भी कर लूंगा।

यह सुनकर दोनों बहुत खुश हुए। कुछ देर में गांव के बाकी लोग और चंदू दूधवाला भी दूकान में आया। रामू ने बड़ी चतुराई से पूछा चंदू तुमने पिछले महीने ही नई भैंस ली है। अब दोनों भैंस  प्रतिदिन का कुल कितना दूध देती है। चंदू ने कहा कि दोनों भैंस  कुल मिलाकर 30 लीटर दूध  प्रतिदिन का देती है।

रामू ने चंदू से फिर पूछा क्या तुम्हारा सारा दूध बिक जाता है ? चंदू ने कहा कि भगवान की दया से सारा दूध बिक जाता है क्योंकि मै 10 लीटर दूध हलवाई को, 10 लीटर कुल्फी की दुकान में, 5 लीटर सेठ जी को, 4  – 4  लीटर वकील के और मास्टर जी के पास देता हूं।  बाकी बचा 1 – 1 लीटर गांव के 12  लोगों को दे देता हूं।

यह बात चतुर रामू ने पकड़ ली और चंदू से कहा कि तुम्हारी दोनों भैंस 30 लीटर दूध देती है। लेकिन तुम 45  लीटर दूध गांव में किस प्रकार बेचते  हो। इसका मतलब तुम दूध में पानी में मिलाते हो। तभी तुम्हारा दूध पानी की तरह पतला होता है।

दुकान में बैठे गांव के और लोगों ने भी जब यह सारी बात सुनी तो उनको भी पता लग गया की चंदू दूध में बहुत पानी मिलाता है। जब गांव के लोग चंदू की पिटाई करने के लिए उसके पीछे गए तो वह भाग गया। इसके बाद रामू ने गांव के लोगों से बात करके दूसरे गांव का दूध ₹25 प्रति लीटर में लगा लिया।

इससे गांव वालों को कम दाम अच्छा दूध मिलने लगा और चंदू दूध वाले को भी अपनी करनी का फल मिल गया।

 

Moral of the new story:

इस नई कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है की हमें कभी लालच नहीं करना चाहिए।