एक जंगल में एक चिड़ियाँ अपने बच्चों के साथ रहती थी। एक दिन रात को बहुत तेज़ बारिश आयी और हवा चली। जिससे चिड़िया का घोंसला उड़ गया। चिड़िया और उसके बच्चे जमीन पर गिर गए। चिड़िया पास में रहने वाले कौए के पास गयी और बोली जब तक बारिश नहीं रूकती।

मुझे और मेरे बच्चे को अपने घर रहने दो। लेकिन कौए ने मना कर दिया। इसके बाद चिड़िया ने अपना पक्का घर बना लिया। कुछ समय बाद बहुत तेज़ तूफ़ान आया। जिससे कौए का घोसला टूट गया। कौआ अपने बच्चों के साथ चिड़ियाँ के घर गया और वहाँ रुकने की विनती की।

चिड़ियाँ बहुत दयालु थी। उसने कौए और उसके बच्चों को वहाँ रुकने दिया। कौए को अब बहुत शर्मिंदगी हुई की उसने चिड़िया को अपने घर पर रुकने के लिए मना किया फिर भी चिड़ियाँ ने आज उसकी मदद की। इसके बाद कौआ और चिड़ियाँ अच्छे दोस्त बन गए।

Moral of the story:

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की हमें दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।